धनूपुर।सर्वधर्म समन्वय समिति कुंदौरा धाम में तीन दिवसीय शिव महापुराण कथा का आयोजन बुधवार से शुक्रवार तक किया गया।जिसमेें पार्थिव द्वादश ज्योर्तिलिंग का अभिषेक समिति के संरक्षक नीरज अग्रवाल द्वारा शुक्रवार को किया गया। कथा व्यास रामानुजाचार्य हरिप्रपन्नाचार्य महाराज ने कहा कि शिव महापुराण कथा श्रवण करने से सभी प्रकार के भय दूर हो जाते हैं।संगीतमय श्री शिव महापुराण कथा में महाराज ने उपस्थित श्रोताओं को भगवान शिव की इस पावन कथा की श्रवण विधि व महत्व से अवगत कराते हुए कहा कि शिव महापुराण की कथा जीवन को सुखमय बनाती है। उन्होंने कहा कि माता सती भगवान शिव के मना करने पर भी प्रजापति दक्ष के यज्ञ में पहुंचीं बिना बुलाए अपने पिता के घर गईं अपमान का सामना न करते हुए उन्होंने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। शिव पुराण की कथा हमें उपदेश देती है कि जीवन साथी व अपने गुरु पर विश्वास व श्रद्धा होनी जरूरी है। बिन बुलाए मेहमान व बिना परिवार की आज्ञा से कहीं भी जाना शुभ नहीं होता। उन्होंने कहा कि भगवान शंकर के लिए भी गणपति महाराज प्रथम पूज्य थे। भगवान ने स्वयं यह वरदान उन्हें दिया था तथा वे एक बार इस बात की अवहेलना कर विपत्ति का शिकार हुए सर्वप्रथम भगवान शिव ने ही गणेश पूजन किया था।इस अवसर पर अनुजाचार्य महाराज, मदन गोपाल आचार्य, अंबुज आचार्य, मनीष आचार्य, शेखर आचार्य, अभिषेक शुक्ला, समिति के अध्यक्ष जवाहरलाल गौड़, प्रबंधक विजय बहादुर यादव, सतेंद्र पांडेय, सुरेंद्र पांडेय कोमल, बंटी तिवारी प्रधान, राकेश यादव प्रधान, छोटेलाल तिवारी, मातेश्वरी तिवारी, आशाराम गौड़, शुभम तिवारी, सोनू तिवारी, सुमित तिवारी, रमन गौड़, भोलेनाथ यादव, कड़ेदिन यादव आदि लोग मौजूद रहे कथा समापन पर हवन महाप्रसाद का आयोजन किया गया।