"कवन सो काज कठिन जग माहीं, जो नहिं होइ तात तुम पाहीं।" 


जंघई।मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम के गुणों का बखान करने वाली श्री रामचरितमानस का पाठ अनंत काल से होता चला आ रहा है। जीवन की मंगल कामना के लिए किया जाने वाला यह पाठ अत्यंत ही शुभ फलदायक है। जीवन की किसी भी शुभ शुरुआत के लिए लोग अखंड रामायण का पाठ करवाते हैं।इसी क्रम में चनेथू मनोरथपुर गांव में सुभाष नारायण तिवारी द्वारा अपने नवजात प्रपौत्र कृष्णानंद तिवारी पुत्र विकास तिवारी रुपी ईश्वर का आशीर्वाद प्राप्त होने के अवसर पर अखण्ड रामायण पाठ एवं महाप्रसाद का आयोजन किया गया। परिजनों में प्रेमनारायण तिवारी, राम भास्कर तिवारी, कमलेश कुमार तिवारी, अतुल कुमार तिवारी, संदीप कुमार तिवारी, संयोम कुमार तिवारी एवं आचार्य अभय पांडेय, रामकृष्ण तिवारी, हृदय कांत मिश्र, श्रीकांत दुबे, आशाराम पांडेय, मुन्नू तिवारी, दीनानाथ त्रिपाठी, कपिल देव तिवारी, उमाशंकर तिवारी, संतोष पांडेय, बाबा तिवारी, सत्यवान तिवारी, परमिल दुबे, गुलाब यादव, कड़ेदीन मौर्य, रामकेश्वर मौर्य आदि लोग मौजूद रहे।