जंघई।जगतगुरु स्वामी रामानुजाचार्य श्रीधराचार्य महाराज के शिष्यों की पहल पर बुधवार को जंघई में कलश यात्रा के साथ श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ विधि विधान से प्रारंभ हो गई।कथा के पूर्व कलश शोभायात्रा निकाली गई जिसमें महिलाएं बड़ी संख्या में शामिल हुई।जहां विधि विधान से व्यास गद्दी की पूजा के बाद श्रीमद्भागवत कथा शुरू हुई श्रीधराचार्य महाराज ने कथा सुनाते हुए पहले दिन भागवत कथा पुराण की महिमा का बखान किया। उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा सभी वेद पुराण एवं उपनिषदों का सार है। यह साक्षात श्रीकृष्ण के मुख से निकली दिव्य वाणी है। भागवत कथा मनुष्य को जीने की कला सिखाने के साथ ही मृत्यु की अटलता का बोध कराते हुए मोक्ष का मार्ग दिखाती है महाराज ने सुखदेव आगमन प्रसंग का वर्णन किया।इस अवसर पर मुख्य यजमान रामेश्वर प्रसाद ऊमरवैश्य, मीरा देवी, कामता प्रसाद, राधेश्याम तिवारी, प्रदीप कुमार, महेंद्र जायसवाल, मनोज कुमार गुप्ता, धर्मराज तिवारी, विवेक कुमार जायसवाल, राजन जायसवाल, सुभाष चन्द्र गुप्ता, भरत लाल, मनीष, आशीष, कान्हा, किशन, शिवांश, शिवाय, कार्तिक, सावन, शुभ, श्रेयांश, श्याम सहित तमाम लोग मौजूद रहे।