जंघई।आशीर्वाद गेस्ट हाऊस जंघई बाईपास प्रांगण में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में दूसरे दिन श्री अयोध्या धाम से पधारे जगद्गुरु स्वामी रामानुजाचार्य श्रीधराचार्य महाराज ने कहा कि भागवत कथा श्रवण मात्र से पापों से मुक्ति मिलती है कहा जिस स्थान पर कथा होती है वहां भगवान विराजमान होते हैं। भगवन नाम के जाप से सारे विपत्ति नाश हो जाते हैं। इस जगत में भगवत कृपा के बिना कुछ भी संभव नहीं है मनुष्य को समाज में अच्छे काम करना चाहिए। भगवान श्रीकृष्ण ने कहा है की कर्म ही प्रधान है, बिना कर्म कुछ संभव नहीं होता है, जो मनुष्य अच्छा व सत्कर्म करता है उसे अच्छा फल मिलता है व बुरे कर्म करने वाले को हमेशा बुरा फल मिलता है।इसलिए सभी को अच्छे कर्मो के प्रति आकृष्ट होना चाहिए। उन्होंने कहा कि एक मार्ग दमन का है तो दूसरा उदारीकरण का दोनों ही मार्गो में अधोगामी वृत्तियां निषेध हैं। जैसे कि गोकर्ण ने कथा कही, किन्तु उसके दुराचारी भाई धुंधकारी ने मनोयोग से उसे सुना तो मोक्ष प्राप्त हो गया। भागवत कथा एक ऐसा अमृत है कि इसका जितना भी पान किया जाए आत्मा तृप्ति नहीं होती है भागवत कथा सुनते ही ज्ञान और वैराग्य जाग जाए। इस अवसर पर मुख्य यजमान रामेश्वर प्रसाद ऊमरवैश्य, मीरा देवी, कामता प्रसाद, राधेश्याम तिवारी, शिवधारी दुबे, मिलन दुबे, राजू भाईसाहब, डॉ एसके तिवारी, मनोज दुबे, प्रदीप कुमार, महेंद्र जायसवाल, धर्मराज तिवारी, विवेक कुमार जायसवाल, राजन जायसवाल, सुभाष चन्द्र गुप्ता, भरत लाल, मनीष, आशीष, कान्हा, किशन, शिवांश, शिवाय, कार्तिक, सावन, शुभ, श्रेयांश, श्याम सहित तमाम लोग मौजूद रहे।