जंघई।लोकसभा चुनाव की रणभूमि में रणभेरी बज चुकी है नगर व गांवों की चौपालों चौराहों पर चुनाव में जीत हार के आंकड़ों पर चर्चा शुरू हो गई है इन सभी जगह एक ही सवाल है कौन होगा भदोही का नया सांसद राजनीतिक दलों के नेताओं ने भी गांवों में अपने समर्थकों से आंकड़े जुटाने शुरू कर दिए कि नतीजे किसके पक्ष में आएंगे। तीनों प्रमुख दलों के प्रत्याशी चौराहों, चाय की दुकान, पान की दुकानों पर जुटे लोगों के बीच केवल चुनावी बाजी किसके हाथ लगेगी इस पर मंथन कर रहा है।कोई एनडीए गठबंधन के पतंग को दिल्ली पहुंचा रहा है, तो कोई इंडिया गठबंधन और कोई बसपा उम्मीदवार को दिल्ली पहुंचा रहा है। समर्थक अपने अपने प्रत्याशियों की जीत के दावे करते दिखाई दे रहे हैं। भदोही सीट पर ब्राह्मण और बिंद वोटर जहां निर्णायक हैं वहीं मुस्लिम संग पिछड़े मतदाता भी अहम भूमिका में रहते हैं। भदोही लोकसभा 2009 में हुए परिसीमन के पहले मिर्जापुर-भदोही संसदीय क्षेत्र के नाम से जानी जाती थी।परिसीमन के बाद भदोही की तीन और प्रयागराज की दो विधानसभा सीटों को मिलाकर भदोही संसदीय क्षेत्र बनाया गया। जिसमें भदोही के ज्ञानपुर, औराई और भदोही तथा प्रयागराज के प्रतापपुर और हंडिया विधानसभा सीट शामिल हैं।भदोही लोकसभा कुल वोटरों की संख्या 2009146 है। जिसमें भदोही की तीन विधानसभा से 1208610 और प्रयागराज की दो विधानसभा के 800536 वोटर हैं। जिसमें पुरूष मतदाताओं की संख्या 1129245 और महिला वोटरों की संख्या 879901 है।2009 में परिसीमन के बाद बसपा से गोरखनाथ पांडेय निर्वाचित हुए थे 2014 में वीरेंद्र सिंह मस्त भाजपा से निर्वाचित हुए जबकि 2019 में भाजपा के रमेश चंद्र बिंद चुनाव जीतकर सदन में पहुंचे। लोकसभा की पांच विधानसभाओं में ब्राह्मण और बिंद सबसे अधिक मतदाता है। इसके अलावा यादव, मुस्लिम भी अच्छी खासी संख्या में है। 2024 चुनाव में एनडीए गठबंधन ने डाक्टर विनोद बिंद विधायक मझवां एक इंडिया गठबंधन ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलापति त्रिपाठी के प्रपौत्र पूर्व विधायक ललितेश पति त्रिपाठी को अपना‌ उम्मीदवार घोषित किया है तथा बहुजन समाज पार्टी इरफान अहमद बबलू को अपना प्रत्याशी बनाया है 25 मई को इस सीट पर मतदान होगा प्रत्याशियों एवं समर्थकों द्वारा अपने अपने पक्ष में जन संपर्क अभियान चलाया जा रहा है यह तो 4 जून की मतगणना में पता चलेगा कि अगला सांसद कौन होगा।