जंघई।सुविख्यात कथा वाचक आचार्य सूरज महाराज श्री धाम वृंदावन का स्वागत कुंदौरा महादेव मंदिर ट्रस्ट द्वारा किया गया। इस अवसर पर आचार्य सूरज महाराज ने कहा कि सत्य और धर्म की रक्षा करना मनुष्य का पहला कर्तव्य है, मनुष्य अगर भगवान के साथ-साथ अपने सत्य और धर्म पर अडिग रहेंगे तो उन्हें कोई हानि नहीं पहुंचा सकता है सत्य और धर्म के बल पर ही मनुष्य को सफलता मिलेगी। इसकी रक्षा के लिए लोगों को पहले अपने बच्चों को संस्कारी और चरित्रवान बनाने का काम करना चाहिए। उनके घर के बच्चे संस्कारी और चरित्रवान होंगे तो मां-बाप को कभी दुख नहीं पहुंचेगा  कहा कि राजा हरिश्चंद्र राजा होने के साथ नारायण के बहुत बड़े भक्त थे उन्होंने कभी सत्य और धर्म का मार्ग नहीं छोड़ा। एक समय ऐसा आया कि राजा हरिश्चंद्र का राजपाट सब खत्म हो गया राजा हरिश्चंद्र और उनकी पत्नी रानी तारामती का शरीर तक बिक गया राजा हरिश्चन्द्र को एक व्यक्ति के यहां श्मशान घाट में नौकरी करनी पड़ी उनकी पत्नी रानी तारामती को दूसरे व्यक्ति के यहां खाना बनाने का काम करना पड़ा। भगवान का नाम ही सार है बाकि सब आसार है इसलिए भगवान के चरणों मे समर्पित हों इसका फल लोगों को अवश्य मिलेगा। इस अवसर पर हरिप्रसाद मिश्रा प्रधान, बालकृष्ण तिवारी, अशोक तिवारी, राजेंद्र प्रसाद शुक्ल, काशीनाथ शुक्ला, सुरेंद्र तिवारी, शिवकुमार तिवारी तेजस्वी सहित तमाम लोग मौजूद रहे