जंघई।संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा महायज्ञ सप्ताह में कथा वाचक आचार्य कृष्ण मोहन महाराज ने गजेंद्र मोक्ष, समुद्र मंथन, वामन अवतार, श्री राम अवतार व श्रीकृष्ण जन्मोत्सव प्रसंग एवं बाल लीलाओं का सिलसिलेवार वर्णन कर श्रोताओं को भक्ति रस में सराबोर कर दिया। यजमान मीरा देवी एवं मतगजेंद्र मिश्रा के निवास कुढ़वां में आयोजित संगीतमय कथा में महाराज ने कहा कि भगवान अवतार धारण करते हैं, प्रकट होते हैं और प्रकट वहीं होते हैं जो पहले से विद्यमान हों भगवान तो कण कण में मौजूद रहते हैं भगवान श्री कृष्ण व मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का धरा आगमन सच्चे अर्थों में मानवता की स्थापना के लिए हुआ था। इस अवसर पर महाराज ने श्री कृष्ण जन्मोत्सव की बड़ी ही मनोरम कथा का बखान किया टोकरी में भगवान श्रीकृष्ण की झांकी एवं जन्मोत्सव देखकर कथा स्थल नंद के घर आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की से गुंजायमान हो गया। श्रद्धालु जमकर झूमें और फूलों की वर्षा किया महाराज ने बाल लीला, माखन चोरी, महारास लीलाओं का भी कथा में वर्णन किया। इस अवसर आचार्य शिवमोहन पांडेय, आचार्य मनमोहन पांडेय, आचार्य संदीप पांडेय, आचार्य शिवम शुक्ला एवं परिजनों में अनिल मिश्रा, सुनील मिश्रा, रामचंद्र मिश्रा, कार्तिकेय मिश्रा, खुशी मिश्रा, ओम मिश्रा सहित तमाम ग्रामवासी मौजूद रहे।