दुर्गागंज। श्री शिव महापुराण कथा का आयोजन बूढ़े नाथ शिव मंदिर पांडेयपुर प्रांगण में 18 जुलाई से 30 जुलाई तक ग्रामीणों द्वारा किया गया है। कथा व्यास डॉ बालकृष्ण मिश्रा विद्या वारिधि काशी ने श्रोताओं को भगवान शिव की इस पावन कथा की श्रवण विधि व महत्व से अवगत कराते हुए कहा कि शिव महापुराण की कथा जीवन को सुखमय बनाती है कथा श्रवण करने से सभी प्रकार के भय दूर हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि माता सती भगवान शिव के मना करने पर भी प्रजापति दक्ष के यज्ञ में पहुंचीं बिना बुलाए अपने पिता के घर गईं अपमान का सामना न करते हुए उन्होंने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। शिव पुराण की कथा हमें उपदेश देती है कि जीवन साथी व अपने गुरु पर विश्वास व श्रद्धा होनी जरूरी है बिन बुलाए मेहमान व बिना परिवार की आज्ञा से कहीं भी जाना शुभ नहीं होता उन्होंने कहा कि भगवान शंकर के लिए भी गणपति महाराज प्रथम पूज्य थे। 

भगवान ने स्वयं यह वरदान उन्हें दिया था तथा वे एक बार इस बात की अवहेलना कर विपत्ति का शिकार हुए सर्व प्रथम भगवान शिव ने ही गणेश पूजन किया था। इस अवसर पर आचार्य आदित्य नारायण मिश्रा वेदाचार्य ज्योतिषाचार्य, श्रोताओं में राष्ट्रपति पदक प्राप्त शिक्षक श्रीनाथ पांडेय, थानाध्यक्ष दुर्गागंज विनोद कुमार दुबे, लालता प्रसाद पांडेय, शिव देव पांडेय, अनिल दुबे, ओम प्रकाश पांडेय, राजेंद्र पांडेय, विश्वनाथ विश्वकर्मा, सौरभ पांडेय, राकेश पांडेय सहित तमाम भक्तगण मौजूद रहे।