जंघई।गोधना, किशुनदासपुर गांव में मुख्य यजमान सूर्यमणि शुक्ल एवं केवला देवी के आवास पर आयोजित श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ सप्ताह में प्रथम दिवस कलश यात्रा, मंडप प्रवेश, देव पूजन एवं भागवत महात्म्य प्रसंग को कथा व्यास स्वामी घनश्यामाचार्य महाराज प्रयागराज ने सुनाया।

महाराज ने जीवन में सत्संग व शास्त्रों में बताए आदर्शों का श्रवण करने का आह्वान करते हुए कहा कि सत्संग में वह शक्ति है, जो व्यक्ति के जीवन को बदल देती है। उन्होंने कहा कि व्यक्तियों को अपने जीवन में क्रोध, लोभ, मोह, हिंसा आदि का त्यागकर विवेक के साथ श्रेष्ठ कर्म करने चाहिए।भागवत कथा के दूसरे दिन शुक्रवार को महाराज ने शुकदेवागमन, कपिल देवहूति संवाद, सती चरित्र, ध्रुव चरित्र आदि प्रसंगों पर कहा कि भगवान नाम मात्र से ही व्यक्ति भवसागर से पार उतर जाता है। 

उन्होंने भगवत कीर्तन करने, ज्ञानी पुरुषों के साथ सत्संग कर ज्ञान प्राप्त करने व अपने जीवन को सार्थक करने का आह्वान किया।इस अवसर पर आरती प्रसाद वितरण किया गया जिसमें अशोक कुमार शुक्ल, अरुण कुमार शुक्ल, अजय कुमार शुक्ल, संतोष तिवारी, कृष्णचंद्र त्रिपाठी सहित तमाम लोग मौजूद रहे।