जंघई।गहरपुर, खखैचा गांव में मुख्य यजमान त्रिलोकी नाथ माधुरी देवी, त्रिशूली नाथ दुबे कमला देवी के निवास पर आयोजित श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ सप्ताह के दूसरे दिन रविवार को कथा वाचक आचार्य कुलगुरु देवेंद्र मणि त्रिपाठी महाराज ने धुंधकारी, गोकर्ण एवं भरत चरित्र प्रसंग का वर्णन किया। महाराज ने कथा में परीक्षित जन्म एवं श्राप, श्री शुकदव जी का आगमन, विदुर मैत्रेय संवाद, कपिल देवहुति संवाद प्रसंग पर विस्तार से व्याख्यान किया।उन्होंने कहा कि शुकदेव इस संसार में भागवत का ज्ञान देने के लिए ही प्रकट हुए हैं, वहीं श्रीमद्भागवत कथा के प्रभाव से राजा परीक्षित को मोक्ष प्राप्त हुआ था।दक्ष यज्ञ प्रसंग सुनाते हुए महाराज ने कहा कि यज्ञ का उद्देश्य पवित्र होना चाहिए कर्म का उद्देश्य यदि पवित्र है, तो वह कर्म यज्ञ कहलाता है। कथा के पश्चात आरती प्रसाद वितरण किया गया जिसमें शीतला प्रसाद दुबे, शिवशंकर दुबे, त्रिभुवन नाथ दुबे, प्रमोद दुबे, मनोज दुबे, राहुल दुबे, दीपक दुबे, चेतन दुबे, आकाश, प्रदीप, संदीप, डॉ प्रवीण, प्रकाश, विकास, दिलीप, अनुराग, अनुपम, राज, आयुष, आर्यन, यश, कृष्णा, खुशहाल, रुद्र, ध्रुव, वंश, वीर, अद्वैत सहित तमाम लोग मौजूद रहे।मुंबई के सुप्रसिद्ध गायक  कलाकार मुकेश त्रिपाठी, सिद्धार्थ सिंह की संगीतमय प्रस्तुति से पूरा क्षेत्र भक्तिरस में सराबोर है।