जंघई।सप्त दिवसीय संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा के पांचवे दिन शुक्रवार को अनुवां गांव में मुख्य यजमान इंद्रावती देवी, शरद कुमार मोलई तिवारी के निवास पर आयोजित संगीतमयी श्रीमद्भागवत कथा में कथावाचक डॉ महेंद्र शास्त्री महाराज प्रयागराज ने भगवान श्री कृष्ण की विभिन्न बाल लीलाओं और रासलीला का भावपूर्ण वर्णन किया। महाराज ने श्रीकृष्ण जन्म प्रसंग को आगे बढ़ाते हुए बाल लीला वर्णन, माखन चोरी, छप्पन भोग, गोवर्धन पूजा प्रसंग पर प्रकाश डालते हुए पूतना वध, यशोदा मां के साथ बालपन की शरारतें, भगवान श्रीकृष्ण का गौ प्रेम, कालिया नाग मान मर्दन, गोपियों के प्रसंग सहित अन्य कई प्रसंगों का वर्णन किया।श्रीमद्भागवत कथा के दौरान कथा व्यास द्वारा बीच-बीच में सुनाए गए भजन पर श्रोता भाव विभोर हो गए।कथावाचक ने बताया कि भागवत कथा विचार, वैराग्य, ज्ञान और हरि से मिलने का मार्ग बता देती है भागवत कथा श्रवण करने से मोक्ष प्राप्ति होती है, कथा के पश्चात आरती प्रसाद वितरण किया गया। इस अवसर पर यज्ञाचार्य गणेश दत्त पांडेय, अमृतलाल तिवारी, सुभाष तिवारी, गिरिश तिवारी, शैलेश तिवारी, आनंद तिवारी, राकेश, प्रदीप, संदीप, आशीष, नीरज शुक्ला, शिवम, सत्यम, सुयश, सुधांशु, हिमांशू, आकाश, विकास, हर्ष, आयुष, रौनक, पीयूष, साहिल, अनंत, शिवांश, शिवाय तिवारी सहित तमाम लोग मौजूद रहे।