प्रतापपुर।75 वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी एवं उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा घोषित गौरव यात्रा कार्यक्रम के तहत प्रतापपुर विधानसभा में प्रतापपुर ब्लॉक से गौरव यात्रा प्रारंभ करते हुए विभिन्न में गांव से होते हुए समाप्त किया गया। गौरव यात्रा में कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता हाथों में राष्ट्रीय ध्वज के अलावा कांग्रेस का ध्वज लिए हुए थे और आजादी के वीर शहीदों को नमन करते हुए अमर रहे का नारा लगा रहे थे महात्मा गांधी, पंडित जवाहर लाल नेहरू, सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह, शहीद चंद्रशेखर आजाद, लाल बहादुर शास्त्री, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, अमर रहे का नारा यात्रा में गूंज रहा था। 9 अगस्त 1942 के दिन ही महात्मा गांधी ने भारत छोड़ो आंदोलन का नारा दिया यह नारा देने वाले नेता का नाम युसूफ मेहर अली था उक्त जानकारी देते हुए प्रतापपुर कांग्रेस के प्रत्याशी रहे उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव संजय तिवारी ने बताया कि इस आंदोलन से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने अपने आप को पूरी तरह अलग रखा। सावरकर के हिंदू महासभा बंगाल और सिंध में मुस्लिम लीग के साथ मिलकर सरकार बनाई हुई थी जिसमें उप मुख्यमंत्री श्यामा प्रसाद मुखर्जी उस दौरान बाकायदा पत्र लिखकर अंग्रेज गवर्नर को सुझाव दे दे रहे थे कि भारत छोड़ो आंदोलन का दमन किस तरह से किया जाना चाहिए। इन सब के बावजूद गांधी जी ने सावरकर या किसी अन्य को देश का गद्दार नहीं कहा देशद्रोही टैग नहीं किया उस समय अगर इन्हें देशद्रोही कह दिया जाता तो उनके बाद में इतना वजन था सोचिए क्या होता लेकिन आज मोदी सरकार अमृत काल महोत्सव मना रही है और दाग धोने की कोशिश कर रही है भले ही आरएसएस के लोग अपनी डीपी में राष्ट्रीय तिरंगा झंडा लगाने से परहेज कर रहे हैं। यह दोगली राजनीति हमेशा से करते रहें और तिरंगा झंडा बेचा जा रहा है राशन की दुकान से राशन लेना हो या स्कूली बच्चों से यह सरकारी कर्मचारियों से पैसा वसूला जा रहा है।आज हिंदुस्तान की तानाशाह सरकार के खिलाफ और देश की रक्षा के लिए एक और 'करो या मरो' जैसे आंदोलन की ज़रुरत है, अब समय आ गया है जब, अन्याय के खिलाफ़, बोलना ही होगा तानाशाही, महंगाई और बेरोज़गारी को भारत छोड़ना ही होगा। कार्यक्रम में  करमचंद बिंद,  सुरेश यादव, डॉ मजहर, कमलेश पांडेय, आदर्श प्रजापति, बृजेश सिंह, राकेश पटेल, मनोज पासी, सत्यम तिवारी, सोनू दुबे, सिद्धनाथ मौर्य, राजेश सरोज,  शालिगराम पटेल, मंगला प्रसाद पांडेय, गुलाबचंद पाल, विजय बहादुर पासी, अनुराग पांडेय, मनोज विश्वकर्मा, लंबू, रोहित प्रजापति, विमल तिवारी, राज बहादुर यादव, जिया लाल पटेल, कृष्ण कुमार पांडेय, निर्मल तिवारी, दीपू पांडेय आदि लोग प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।